कोरोना से रिकवर होने के बाद लोग हो रहे एवैस्कुलर नेक्रोसिस का शिकार, हड्डियों को खत्म कर रही है ये बीमारी

By
Font size: Decrease font Enlarge font
कोरोना से रिकवर होने के बाद लोग हो रहे एवैस्कुलर नेक्रोसिस का शिकार, हड्डियों को खत्म कर रही है ये बीमारी

वैस्कुलर नेक्रोसिस हड्डियों की एक बीमारी होती है. जिसे डेथ ऑफ बोन भी कहा जाता है। डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना के इलाज़ के दौरान स्टेरॉयड लेने की वजह से यह बीमारी हो रही है. कोरोना की पिछली लहरों में संक्रमित हुए लोगों को अभी तक इस वायरस के बाद होने वाली बीमारियों का शिकार होना पड़ रहा हैं. कोविड से रिकवर होने वालों को सांस की परेशानी और थकावट के साथ हड्डियों से संबंधित बीमारियां हुई थीं, जिनसे लोग अभी तक ठीक नहीं हो पा रहे हैं और पिछले पांच से छह महीने से इनसे जूझ रहे हैं। अस्पतालों में ऐसे कई मरीज आ रहे हैं, जिन्हें कोविड से रिकवर होने के बाद हड्डियों में कमजोरी और एवैस्कुलर नेक्रोसिस जैसी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि कोविड से बाद होने वाली बीमारियां अभी भी बनी हुई हैं। इनसे लोगों के स्वास्थ्य पर काफी गंभीर असर पड़ रहा है। ऐसे में जरूरी है कि कोरोना से संक्रमित हुए लोग अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखें। आर्थोपेडिक्स डिपार्टमेंट के एचओडी बताते हैं" आजकल हमारे पास अधिकांश मरीज ऐसे आ रहे हैं जिनमें कोविड से रिकवर होने के बाद अर्थराइटिस की शिकायत पाई जा रही है।  ये परेशानी पिछले पांच से छह महीनों से चल रही है। कई मरीजों में एवैस्कुलर नेक्रोसिस मामले भी सामने आ रहे हैं। कोरोना के दौरान स्टेरॉयड लेने की वजह से ऐसा हो रहा है। इस बीमारी की वजह से मरीजों के हिप में खून का सर्कुलेशन सही से नहीं हो पाता है। इस वजह से हड्डियों के टिश्यू डेड होने लगते हैं। खून की कमी की वजह से शरीर की हड्डियां गलने लगती हैं। ये बीमारी हड्डियों को खत्म कर देती है। इसलिए इसे डेथ ऑफ बोन भी कहा जाता है....

एवैस्कुलर नेक्रोसिस के ये लक्षण होते हैं

  • जांघ और कूल्हे की हड्डियों में तेज दर्द रहना
  • चलने-फिरने में दिक्कत होना
  • घुटने, हाथ पैरों में दर्द रहना
  • जोड़ों में दर्द की शिकायत
  • बच्चों में मिल रही विटामिन डी की कमी

ऐसे बच्चे भी आ रहे हैं जिनमें विटामिन डी की कमी के कारण रिकेट्स की शिकायत है। क्योंकि लॉकडाउन की वजह से उनका घर से बाहर निकलना नहीं हो पाया था। जिसकी वजह से विटामिन डी की कमी हो गई। इस वजह से बच्चों को कमजोरी, थकान और बदन दर्द की शिकायत भी रहती है। 

स्पोर्टस इंजरीज के केस भी बढ़ रहे

आजकल बढ़ती उम्र में घुटने और कमर के दर्द के साथ साथ खेल से जुडी चोट काफी देखने को मिल रही है। स्पोर्ट्स इंजरीज जैसे घुटने या कंधे के लिगामेंट्स की चोट, घुटने की हड्डी का घिसना, कंधे का उतर जाना जैसे मरीज अधिक आ रहे हैं। देश में स्पोर्ट्स का स्तर पहले से काफी बढ़ गया है। लोग अब फिट रहने के लिए भी स्पोर्ट्स में भाग ले रहे हैं। इसके चलते स्पोर्ट्स इंजरीज की संख्या बढ़ती हुई दिख रही है।

इस तरह रखें अपनी हड्डियों को मजबूत

  • विटामिन डी लें
  • कार्बोनेटेड ड्रिंक जैसे कोल्ड ड्रिंक,
  • शैपेंन का सेवन न करें
  • खाने में अधिक मात्रा में प्रोटीन न लें
  • शरीर में कैल्शिमय की कमी न होने दें