शरीर को मजबूत ही नहीं मूड ठीक करने की ताकत रखता है योग

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शरीर को मजबूत ही नहीं मूड ठीक करने की ताकत रखता है योग

ये तो सभी जानते हैं कि योग ना सिर्फ शरीर को लचीला बनाता है बल्कि योगा करने से शरीर को मजबूती भी मिलती है। लेकिन आप सोच रहे हैं कि योगा से आपको केवल यही फायदा पहुंचता है तो आपको इसके बारे में दोबारा सोचना होगा। क्योंकि योगासन में वो ताकत है कि ये आपके मूड को भी ठीक कर सकता है। हालिया रिसर्च में पाया गया है कि योग करने से ब्रेन का गाबा कैमिलकर का स्तर बढ़ जाता है जिससे ब्रेन को नर्व एक्टिविटी रेगुलेट करने में आसानी होती है। ये कैमिकल लोगों के मूड और एंजाइटी डिसआर्डर के कारण कम होने लगता है। ऐसे में आपको दवाएं लेने से बेहतर योगा करना चाहिए जिससे तनाव भी दूर होगा और मूड भी अच्छा होगा। आए जानते हैं किन योगासनों को करने से मूड को बेहतर बनाया जा सकता है...

सेतुबंधासन

इस आसन को करने से छाती, कंधे और फेफड़े खुल जाते हैं साथ ही सिरदर्द और दिल को आराम मिलता है।

कैसे करेंः जमीन पर लेटकर दोनों घुटनों को मोड़ लीजिए। नितंबों को ऊपर उठाकर दोनों हाथों को जमीन पर सीधा रखिए। ध्यान रहे इस पोज में कंधे और सिर जमीन पर टिका रहे। कुछ देर इसी स्थिति में रहिए। फिर धीरे-धीरे वापिस सामान्य हो जाइए। इसके बाद दोबारा इस आसान को कीजिए।

नौकासन

नौकासन से पेट की अतिरिक्त चर्बी को कम किया जा सकता है। इससे तनाव को बहुत आसानी से दूर किया जा सकता है। इससे शारीरिक और मानसिक स्टेमिना बढ़ता है। इस आसन को करने से एंजाइटी भी महसूस नहीं होती।

कैसे करेंः पेट के बल लेट जाएं और हाथों को साइड में रखें। धीरे-धीरे नमस्कार की मुद्रा में हाथों को ऊपर उठाएं। इसी के साथ पौरों और सिर को भी ऊपर उठाएं। नितंब वाला भाग जमीन पर रहेगा बाकी पूरा शरीर हवा में ले आएं। इस आसन में अधिक से अधिक देर तक रूकने का प्रयास करें।

शीर्षासन

सिर के बल खड़े होने के कारण इस आसन को शीर्षासन करहते हैं। ये दिमाग के ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है। इससे डिप्रेशन दूर होता है। याददाशत बढ़ाने कसे लेकर स्टेमिना बढ़ाने तक कई फायदे हैं इस आसन के।

कैसे करेंः शीर्षासन के लिए सबसे पहले वज्रासन में बैठें। इसके बाद आगे की ओर झुकते हुए दोनों हाथों की कोहनियों को जमीन पर टिका दें। साथ ही दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में जोड़ लें। इसके बाद धीरे-धीरे सिर को दोनों हथेलियों के बीच में रखें। जब सिर पूरी तरह जमीन पर टिक जाए तो शरीर का पूरा वजन सिर पर छोड़ते हुए शरीर को ऊपर की ओर उठाना शुरू करें। शरीर को सीधा कर लें। शुरूआत में इस आसन को करने के लिए दीवार का सहारा भी लिया जा सकता है।

उष्ट्रासन

इस आसन को करने से मानसिक स्थिरता बढ़ती है। और शारीरिक संतुलन भी बना रहता है। इस आसन से हर तरह की टेंशन को दूर किया जा सकता है।

कैसे करेंः इसको करने के लिए वद्रासन पोज में बैठ जाएं। इसके बाद नितंबों को धीरे-धीरे उठाते हुए पूरे शरीर को ऊपर की ओर उठाएं सिर्फ पैर जमीन पर रहने दें। सीधे होकर हाथों को पीछे की ओर ले जाएं और एडियों को पकड़े। इसके साथ ही गर्दन को भी धीरे-धीरे पीछे की ओर लेकर जाएं। कमर एकदम सीधी होनी चाहिए।

बालासन

इसे चाइल्ड पोज भी कहता जाता है। बालासन करने से तनाव और गर्मी को बदन के तापमान में बढ़ने से रोक सकते हैं। इस आसन को करने से बहुत अच्छी नींद आती है।

कैसे करें - इस योग में आपको खड़े रहकर झुकना होता है। ऐसे झुकना होता है तिक आप अपने हाथों से पैरों को छू पाएं। ऐसा करते हुए पीठ सीधी ही रहनी चाहिए।