होम्योपैथी चिकित्सा से तनाव का इलाज

By
Font size: Decrease font Enlarge font
होम्योपैथी चिकित्सा से तनाव का इलाज

ज के युग में तनाव, चिंता अवसाद, इत्यादि आम समस्याएं बन गई हैं और आज लोगों को जिस तरह की जीवन शैली अपनानी पड़ती है वह इन समस्याओं को और बढ़ावा देती है। होम्योपैथिक उपचार आपकी तंत्रिका प्रणाली को दुरुस्त करके तनाव, चिंता, अवसाद इत्यादि समस्याओं से मुक्ति दिलाता है साथ हीं साथ आपकी भावनाओं से जुड़ी समस्याओं में भी काफी लाभ पहुंचाता है एवं आपको दु:ख से उबरने की शक्ति प्रदान करता है।

मानसिक समस्याओं के शुरूआती लक्षणों को पहचानना जरूरी है जिससे की आप जल्द से जल्द उनका उपचार शुरू कर सके। चिड़चिड़ापन, अनिद्रा, भय या अपराध की भावना से ग्रस्त होकर दुःखई रहना, ये सब मानसिक रोग होने के संकेत हैं जिनका शीघ्र उपचार किया जाना चाहिए। ज्यादातर विशेषज्ञों का मानना है कि अवसाद इत्यादि जैसी बीमारियां पुरानी मानसिक बीमारी हो चुकी होती है जिनका लंबी अवधि तक उपचार चल सकता है।

होम्योपैथिक उपचार बच्चों से बड़ों तक यानि कि हर उम्र के लोगों के लिए लाभकारी होता है। अगर बच्चों में व्यवहार की कुछ समस्याएं हैं या किशोरों में आत्मविश्वास की कमी है या वयस्कों में कोई भावनात्कम समस्या है तो होम्योपैथिक उपचार इन सबमें कारगर सिद्ध हो सकता है।

तनाव के उपचार के लिए होम्योपैथी

होम्योपैथी चिकित्सक और केंद्रीय होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड के सदस्य डॉ. एके द्विवेदी के अनुसार होम्योपैथी चिकित्सा की एक ऐसी पद्धति है जो रोग को दबाने की बजाये शरीर को इस तरह तैयार करती है जिससे कि शरीर खुद उस रोग को जड़ से बहार निकाल फेंके। होम्योपैथी बीमार व्यक्ति के शरीर और मन दोनों का उपचार करता है।

होम्योपैथिक उपचार कारगर और सुरक्षित चिकित्सा प्रणाली है जो शरीर और मन दोनों को स्वस्थ करती है। बहुत ही तेज एंटीडीप्रेसेंट्स या ट्रंक्कीलाइजर्स की तरह होम्योपैथिक दवाओं के साइड इफैक्ट नहीं होते हैं और आदमी इस का आदी भी नहीं होता। पारंपरिक दवाओं की अपेक्षा होम्योपैथिक उपचार अवसाद, तनाव और अन्य मन तथा भावनात्मक समस्याओं को ठीक करने में बहुत प्रभावी होता है। एक सक्षम होम्योपैथिक चिकित्सक आमतौर पर तनाव या अवसाद के इलाज के लिए आप के लिए उपयुक्त आहार एवं औषधि निर्धारित करते हैं।

अवसाद के लिए होम्योपैथिक उपचार

अगर दो लोगों को अवसाद है तो कोई जरूरी नहीं है कि दोनों को एक ही दवा चलेगी क्योंकि दोनों के लक्षणो में भिन्नता आ सकती है।

तनाव के लिए होम्योपैथी उपचार

तनाव के विभिन्न कारणों के आधार पर होम्योपैथी में कुछ खास औषधियां हैं। जिन्हें लक्षणों पर हर 1-4 घंटे के अंदर तब तक दी जा सकती है जब तक कि लक्षण पूरी तरह से मुक्त न हो जाये।

होम्योपैथी उपचार में सावधानी

होम्योपैथी दवाईयां तनाव एवं अवसाद को ठीक करने में बहुत ही कारगर सिद्ध हो सकती है लेकिन इस तरह के मरीजों में समय-समय पर उनके लक्षणों में अधिकता पाई जाती है ऐसे समय पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें और खुराक का निर्धारण कराएं।