गर्दन में दर्द को अनदेखा न करें, होम्योपैथी में भी है इसका इलाज

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गर्दन में दर्द को अनदेखा न करें, होम्योपैथी में भी है इसका इलाज

र्दन में दर्द की समस्या सिर्फ उम्रदराज लोगों को ही नहीं, बल्कि युवाओं और छोटे बच्चों को भी हो रही है। यदि आपको भी अक्सर गर्दन में दर्द रहता है तो इस समस्या को अनदेखा करने की बजाय डॉक्टर से सलाह लें। गलत पोश्चर में बैठने, ज़्यादा देर तक मोबाइल, कंप्यूटर स्क्रीन पर काम करते रहने की वजह से आजकल गर्दन में दर्द की समस्या आम हो गई है। गर्दन में दर्द को ही सर्वाइकल पेन कहा जाता है। दरअसल, गर्दन से होकर गुजरने वाली सर्वाइकल स्पाइन के जोड़ों और डिस्क में समस्या होने की वजह से सर्वाइकल पेन होता है। गर्दन में दर्द की समस्या सिर्फ उम्रदराज लोगों को ही नहीं, बल्कि युवाओं और छोटे बच्चों को भी हो रही है। यदि आपको भी अक्सर गर्दन में दर्द रहता है तो इस समस्या को अनदेखा करने की बजाय डॉक्टर से सलाह लें। इसके लिए आप डॉक्टरी सलाह पर होम्योपैथी दवा भी खा सकते हैं। होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. एके द्विवेदी के अनुसार होम्योपैथी दवाईयां काफी सुरक्षित है। इनका शरीर पर किसी भी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। हालांकि होम्योपैथिक दवाओं का उपयोग करने से पूर्व होम्योपैथिक चिकित्सक से सलाह भी ली जा सकती है।

गर्दन में दर्द के कारण

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार गर्दन में दर्द कई कारणों से हो सकता है जिसमें कुछ कारण इस प्रकार हैं-

  • मोबाइल और कंप्यूटर के लगातार इस्तेमाल की वजह से मसल्स में खिंचाव आना
  • कुर्सी पर बैठकर काम करते या पढ़ते समय गर्दन की पोजिशन सही न होना।
  • किसी एक्सीडेंट या चोट लगने के कारण मांसपेशियों और टिशू में खिंचाव आ जाना।
  • शारीरिक गतिविधि कम होने के कारण गर्दन का अकड़ जाना।

गर्दन में दर्द के लिए होम्योपैथी दवा

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, गर्दन के पोश्चर का ध्यान रखने के साथ ही कुछ होम्योपैथी दवाओं से भी गर्दन के दर्द से आराम मिल सकता है, लेकिन ऐसी दवा लेने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क अवश्य करें। गर्दन के दर्द में कारगर कुछ होम्योपैथी दवाएं इस प्रकार हैं।

कॉस्टिकम

जिन लोगों को गर्दन की हड्डी में अकडऩ या चोट लगी हो उनके लिए यह दवा बहुत लाभदायक मानी जाती है। जोड़ों के दर्द में भी इससे आराम मिलता है।

चेलिडोनियम मेजस

यदि आपको गर्दन में अकडऩ है गर्दन घुमाने में दिक्कत होती है और कंधे में भी दर्द रहता है तो उनके लिए यह दवा बहुत कारगर है।

सिमिसियुगा

मसल्स पेन, ऐंठन और कुछ चुभने जैसा दर्द हो या गर्दन में अकडऩ हो तो यह दवा बहुत फायदेमंद साबित होती है।

जेल्सिमियम

कमजोर मसल्स वाले ऐसे लोग जिन्हें पीठ और गर्दन के दर्द की समस्या अक्सर रहती है उन्हें इस दवा का सेवन करना चाहिए। बहुत अधिक थकान महसूस होने पर भी आप यह दवा ले सकते हैं।

ब्रायोनिया

जिन्हें गर्दन में खिंचाव, दर्द या अकडऩ की समस्या है और थोडा सा भी हिलाने पर दर्द होने लगता है उनके लिए यह दवा उपयोगी है।

कॉस्टिकम

यह दवा गर्दन में किसी भी प्रकार के दर्द में बहुत कारगर है।

हाइपेरिकम परफोरेटम

यदि गलत तरीके से सोने की वजह से गर्दन की नसों में दर्द होने लगता है तो यह दवा उपयोगी है। रीढ़ की हड्डियों में दर्द होने पर भी यह दवा कारगर है। गर्दन में दर्द कई वजहों से हो सकता है, कई बार यह दर्द अपने आप ठीक हो जाता है, लेकिन ऐसा नहीं होने पर दर्द की अनदेखी न करें और तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। किसी भी तरह की दवा के सेवन से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना न भूलें।

कब जाएं डॉक्टर के पास?

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, वैसे तो गर्दन में दर्द की समस्या बहुत गंभीर नहीं होती है, लेकिन कई बार यह गंभीर भी हो सकती है और ऐसी स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत है। जैसे यदि दर्द बढ़ जाता है, दर्द कई दिनों तक लगातार बना रहता है। गर्दन के साथ ही दर्द हाथ और पैरों तक यदि फैल जाए। इसके अलावा सिरदर्द, हाथ और पैरों का सुन्न होना या झुनझनी जैसी परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है।

 

नोटः- इस लेख में बताई गईं दवाओं के प्रयोग से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें। ताकि आपको आपनी बीमारी अथवा परेशानी का सही इलाज मिले और आपको राहत मिल सकें।